16 मई, 2010

बस बनी इलेक्ट्रिक शवदाह गृह

बिजली ने मचाया मृत्यु का तांडव बस बनी इलेक्ट्रिक शवदाह गृह




रिपोर्ट .. विवेक रंजन श्रीवास्तव

००९४२५८०६२५२

vivekranjan.vinamra@gmail.com

जिला मण्डला ,म.प्र. ,भारत . सुभरिया गांव में रूपसिंह आदिवासी के बेटे रमेश की बारात दो बस तथा एक जीप से गुरूवार को दोनी गांव आई थी। शादी के बाद शुक्रवार १४ मई २०१० को सुबह ८.४५ बजे बारात वापस सुभरिया गांव की ओर रवाना हुईं। दोनी से २ किलोमीटर सूरजपुर गांव के पास कच्ची सड़क पर सबसे आगे चल रही बस क्रमांक एमपी २० जी ५१७६ के ऊपर रखी दहेज में उपहार स्वरूप मिली लोहे की अलमारी ११ किलोवोल्ट के बिजली तारों से टकरा गई। बस के बिजली तार से टकराते ही करंट फैलने लगा और बाराती महिलाएं चीख पुकार मचाने लगी। करंट फैलते ही बस के गेट पर खड़े ६ लोग तथा ड्रायवर -कंडक्टर बस से कूद गए और देखते ही देखते करंट से बस में सवार २८ लोगों की मौत हो गई। घटना इतनी वीभत्स थी कि कई लोगों के शरीर फट गए थे।प्रदेश सरकार ने मृतको के परिवार जनो को प्रति व्यक्ति एक लाख रुपयो के अनुदान की घोषणा की है .

इस दुर्घटना से ११ किलोवोल्ट की लाइन की सड़क क्रासिंग पर गार्डिग न होना , मानक ग्राउंड क्लियरेंस न होना , गर्मी के कारण तारों का सैग होना , व ट्रांस्पोर्टेशन में ओवर लोडिंग , बस की छत पर बेहिसाब सामान रखना जैसे कई बिन्दु प्रश्न चिन्ह बनकर उठ खड़े हुये हैं , जिनके उत्तर बेहतर है कि हम अगली ऐसी ही कोई दुर्गटना होने से पहले ले दें लें तो ठीक होगा .

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