26 जुलाई, 2008

विद्युत सुरक्षा हेतु सावधानियॉं


विद्युत सुरक्षा हेतु सावधानियॉं
विवेकरंजन श्रीवास्तव

रामपुर, जबलपुर
मोण्नंण् 9425484452

बिजली आज लक्जरी नहीं वरन् अनिवार्य आवष्यकता बन चुकी है । विद्युत लाइनों, विद्युत उत्पादन, पारेषण या वितरण कम्पनियों के सार्वजनिक उपकरणों, बिजली के खम्बों से छेड़छाड़ करना भारतीय विद्युत अधिनियम के अंतर्गत दण्डनीय अपराध हेै । बिजली लाईनों, से छोटी सी छेड़खानी आपके एवं आपके परिवेष के लिये मृत्यु जैसी बड़ी दुघZटनाओं का कारण बन सकती है । चूंकि बिजली गांव गांव तक पहुंंचाई जा चुकी है, बिजली कर्मचारियों की कमी है, अत: लोगों का बिजली के प्रति डर हट गया है, और नासमझी से या अपने स्वाथोZ हेतु, बिना ध्ौर्य के लोग बिजली का मन माफिक, बिना उचित मापदण्डों के उपयोग करने लगे हैं, और आगजनी, करेंट लगने, लाइट गुल होने, ट्रांस्फारमर फेल होने, लाईन शार्ट होने, जैसी अनेक दुघZटनाओं को खुला आमंत्रण दे रहे है । विद्युत दुघZटनाओं को रोकने हेतु निम्न प्रयास अति आवष्यक हैं । विषेष रूप से गांवो में -

 बिजली के खंबो, स्टे वायर से अपने जानवर न बांधे ।

 बिजली के खंबो पर तार बांधकर कपड़े न सुखायें ।

 पतंग आदि फंस जाने पर बच्चों को खम्बे पर चढ़कर पतंग निकालने से रोकें ।

 बिजली के तारो पर लंगर आदि न डाले ।

 अनेक बार ग्रामीण जन अपनी बिड़ी सुलगाने तक के लिये बिजली की उच्च दाब लाइनों पर सूखी लकड़ी, साइकिल की चेन आदि फेंककर आग उत्पन्न करने से नहीं चूकते, यह गंभीर अपराध है ।

 अनेक ग्रामीण अपनी बाड़ी की सुरक्षा हेतु नंगे तारो में करेंट प्रवाहित कर देते है, जो दण्डनीय अपराध एवं जन-धन हानि को स्पष्ट निमंत्रण है ।

 बिजली लाइनो के नीचे होलिका दहन न करें ।

 बिजली लाइनों के नीचे खलिहान या सूखा पेैरा आदि न एकत्रित करें ।

 लंगर या हुकिंग करके बिजली कनेक्षन न लेवें । इस तरह आपके विद्युत उपकरण तो फ्लक्चुएटिंग वोल्टेज से खराब होगें ही, आप समूचे विद्युत तंत्र को गंभीर नुकसान पहुंंचायेगंंें । बिजली चोरी दण्डनीय अपराध है ।

 मकान बनाते समय बिजली लाइनों से हटकर निर्माण करें ।

 यदि आंधी तूफान से कोई बिजली का खम्बा, लाइन गिर जावे तो तार को छूने से बचें । तुरंत इसकी सूचना अपने बिजली बिल में छपे अधिकारी के फोन पर देवें ।

 मछली मारने के लिये कभी पोखर या तालाब में बिजली का इस्तेमाल न करें ।

 ट्रांस्फारमर के निकट लगे फ्यूज उड़ जाने पर स्वंय सेवा कर खुद हीे कट आउट खोलकर मन माफिक मोटे तार लगाकर विद्युत प्रवाह शुरू न करें । लाइनमैन निर्धारित मापदण्डों का फ्यूज नायर लगायेगा, उससे ही लाइन सुधरवायें ।

 अनेक दुघZटनाये केवल इसलिये हुई है, कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली कर्मचारी कम हैं, लाइनमैन एण्बीण्स्विच काटकर, आगे लाइन पर काम कर रहा होता है, पर विद्युत व्यवधान के समाधान हेतु कोई अर्धज्ञानी नवयुवक बिना पूछे ताछें उस एण्बीण्स्विच को चालू कर देता है । विद्युत तंत्र से छेड़छाड़ किसी की जान का सौदा है ।

 पैसो की बचत के लिये ग्रामीण जन कटे-जोड़ वाले तारों से अपने थ्रेषर, पंप चलाते पाये जाते हैं । ये गलत है ।

 लोग लंबे सर्विस तार के व्यय से बचने के लिये फेज तो विद्युत लाइन से ले लेते हैं, और अर्थ स्वंय सब्बल गाड़कर बना लेते हैं, यह मौत का सामान है ।


विद्युत तंत्र हमारी सुख सुविधा का साधन है, उसका विवेकपूर्ण इस्तेमाल जरूरी हैं । उसे घर की खेती न बनावे । नियमों का पालन जरूरी हैं, क्योंकि यह सार्वजनिक हित का साझा संसाधन है ।



विवेकरंजन श्रीवास्तव

रामपुर, जबलपुर

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