गांवों में ट्रांसफारमर स्तर पर उपभोक्ता सहकारी समिति बनाकर उस समिति को विद्युत वितरण कंपनी कनेक्शन दे।......
प्रायः गांवो से बिजली बिल वसूल न होने की शिकायत वितरण कंपनी के अधिकारियो को रहती है ..
मेरा सुझाव है कि यदि गांवों में ट्रांसफारमर स्तर पर उपभोक्ता सहकारी समिति बनाकर उस समिति को विद्युत वितरण कंपनी कनेक्शन दे,और उस ट्रांसफारमर के रखरखाव , व उससे दिये जाने वाले अस्थाई सिंचाई कनेक्शनो की जबाबदारी अग्रिम अनुमानित भुगतान के आधार पर इन समितियों को सौपी जावे तो गांवो से बिल वसूली के आशातीत परिणाम मिल सकते है ..अग्रिम भुगतान हेतु शासन या कृषि बैंक आदि समिति को सहयोग कर सकते हैं ,समिति के सदस्य उप मीटर लगाकर या अपने खेतो की भुमि या उपयोग की जानी वाली बिजली की पम्प या मोटर अथवा बल्ब की अश्व शक्ति के अनुसार परस्पर बिल बांट सकते है .. व ट्रांसफारमर पर लगाये गये मीटर के आधार पर बिजली विभाग एक बिन्दु पर समिति को बिलिग कर अनेक समस्याओ से बच सकता है .
चूकि गावो मे बिजली अत्यंत कम दर पर प्रदान की जाती है व वहां बिजली प्रदान करना व्यापारिक दृष्टि से तो लाभकारी नही है पर सामाजिक जबाबदारी व कृषि के लिय बेहद जरूरी है अतः स्वल्प संसाधनो से जूझ रहे वितरण कंपनी के लिये यह प्रोग उपयोगी हो सकता है ..आशा है कि मेरे सुझाव पर विचार किया जावेगा ...
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