09 मई, 2012

विन्ध्याचल एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं

लखनऊ[ शाश्वत तिवारी ]विन्ध्याचल एवं बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन की अपार संभावनाएं हैं। इन क्षेत्रों में सोलर पावर प्लान्ट लगाने के लिये पर्याप्त मात्रा में बेकार पड़ी भूमि भी उपलब्ध है। सिंगिल विन्डो सिस्टम के तहत नोडल एजेंसी के रूप में उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय विकास एजेंसी (यूपीनेडा) निजी विकासकर्ताओं द्वारा सोलर पावर प्लान्ट लगाने के लिये सुविधा प्रदायक की भूमिका निभाएगा। प्रदेश में ऊर्जा की दिन प्रति दिन बढ़ती मॉग तथा घटते परम्परागत ऊर्जा स्रोतों के मद्देनजर सौर ऊर्जा एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। सौर ऊर्जा नीति में प्रदेश में वर्ष 2020 तक 1000 मेगावाट के सोलर पावर प्लान्ट लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें निजी निवेश की आवश्यकता होगी। सरकार द्वारा सौर ऊर्जा लगाने के इच्छुक विकासकर्ताओं को हर सम्भव सहायता प्रदान की जायेगी। प्रस्तावित सौर ऊर्जा नीति के तहत ’ओपेन एक्सेस चार्ज’ से छूट, तीसरे पक्ष को विद्युत बिक्री की सुविधा तथा वर्ष 2020 तक इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी आदि से छूट की सुविधा अनुमन्य है। इस नीति के तहत केवल नये सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना किए जाने की अनुमन्यता होगी।

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