22 अप्रैल, 2012

फिल्म देखकर बना ली बिजली

फिल्म देखकर बना ली बिजली




ध्यान सिंह ने खराब चक्की से बनाया पनबिजली यंत्र।
जम्मू से ३०० किमी दूर गांव में किया प्रयोग

जम्मू में किश्तवाड़ का गुलाबगढ़ इलाका। आसपास 20 किमी तक कोई बसाहट नहीं। सड़क भी नहीं। करीब 22 हजार की आबादी बिजली न होने से अंधेरे में रहती है। लेकिन यहां के दो युवा रोशनी ले आए हैं। उन्होंने घर के पास से गुजरने वाली पहाड़ी नदी की धारा से बिजली बना ली।

गुलाबगढ़ के चशोती गांव में ध्यान सिंह और जोगिन्दर के घर रोशन हैं। शहर किसी काम से आए ध्यान सिंह ने 'स्वदेश' फिल्म में शाहरुख खान को बिजली तैयार करते देखा। किताबों में भी पढ़ा था कि पानी से बिजली तैयार की जाती है। आखिर मेहनत रंग लाई। अब घर के अन्य काम भी इसी पनबिजली परियोजना से तैयार बिजली से हो रहे हें। उन्हें मलाल है कि सीमित साधनों की वजह से बाकी गांव को इसका लाभ नहीं पहुंचा सकते।

घर में खराब पड़ी चक्की में डेढ़ वर्ष पहले डायनामो लगाया। उसी से बिजली तैयार की। इस परिवार ने घर के अलावा मंदिर में बिजली दी हुई है। घर में डिश टीवी समेत इलैक्ट्रानिक सामान का खूब इस्तेमाल करते हैं। पंच बनने के बाद ध्यान सिंह ने प्रयास किए हैं कि क्षेत्र में पानी के पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं जिनके दोहन से इलाके को रोशन किया जा सकता है।

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