18 मई, 2013

कृति ‘बदलता विद्युत परिदृश्य’ विमोचित


विवेक रंजन श्रीवास्तव की कृति ‘बदलता विद्युत परिदृश्य’  विमोचित


जबलपुर,  बिजली के उत्पादन, उपयोग एवं बचत जैसे विविध विषयों पर हिन्दी में तकनीकी आलेखों का संग्रह कृति ‘बदलता विद्युत परिदृश्य में श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव द्वारा किया गया है । जी नाईन पब्लिकेशन्स रायपुर से म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.कम्पनी में जनसंपर्क अधिकारी एवं अधीक्षण इंजीनियर के रूप में कार्यरत श्री विवेक रंजन श्रीवास्तव की यह पुस्तक हाल ही प्रकाशित हुई है । उल्लेखनीय है कि बिजली से संबंधित विषयों को समझने में छात्रों एवं विद्युत उपभोक्ताओं की गहन रूचि होती है, किन्तु हिन्दी में ये जानकारियां उपलब्ध न होने के कारण आम आदमी की जिज्ञासा सान्त नही हो पाती .  इस दृष्टि से यह पुस्तक सभी हिन्दी पाठको के लिए उपयोगी है । गूढ़ अंग्रेजी भाषा में पेंचीदी तकनीकी शैली में जो जानकारियां बिजली तंत्र पर सुलभ होती है उसे समझना जन सामान्य के बस की बात नही होती .
पुस्तक की प्रस्तावना में म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.कं. के प्रबंध संचालक श्री सुखवीर सिंह आई.ए.एस. ने लिखा है कि हिन्दी में तकनीकी लेखन कम ही हो रहा है अतः विवेक रंजन श्रीवास्तव के इस प्रयास को उन्होने बेहद महत्वपूर्ण बताया है, लेखक ने अपनी बात में कहा है कि बिजली के क्षेत्र में अनुसंधान की व्यापक संभावनायें एवं आवश्यकता है . नव युवाओ में बिजली में अनुसंधान के प्रति अभिरुचि पैदा करने में इस कृति की व्यापक उपयोगिता होगी  । उन्होंने आंकडों की जगह मुद्वों को महत्व दिया है । पुस्तक में परमाणु विद्युत, जल विद्युत, बिजली चोरी, बिजली की बचत आदि विषयों पर लेखों का संग्रह है । अनेक लेख सरिता, मुक्ता जैसी राष्ट्रीय पत्रिकाओं एवं कारपोरेट छत्तीसगढ़ , पावर फायनेंस कारपोरेशन व अन्य विद्युत संस्थाओं के जनरल्स में प्रकाशित हो चुके हैं ।
श्री सुखवीर सिंह प्रबंध संचालक म.प्र.पू.क्षे.वि.वि.कं. एवं कारपोरेट कार्यालय के  कंपनी के मुख्य अभियंताओं तथा मैदानी अधिकारियों की उपस्थिति में बैक्वेट हाल में उक्त पुस्तक विगत दिवस विमोचित की गई